अमेरिका ने की यूक्रेन की ऐसी मदद, अब परमाणु हमला करने से पहले सौ बार सोचेगा रूस

रूस और यूक्रेन के युद्ध को एक साल से भी ज़्यादा का समय हो गया है. रूस ने यूक्रेन के खिलाफ परमाणु हमले का विकल्प खुला रखा है. ऐसे में अमेरिका ने यूक्रेन की मदद करते हुए उसे रेडिएशन सेंसर्स दिए हैं, ताकि होने वाले किसी भी हमले के बारे में यूक्रेन को पहले से ही पता चल जाए.

 

रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine war) के चलते, अमेरिका यूक्रेन की मदद कर रहा है. वह यूक्रेन को ऐसे सेंसर दे रहा है जो परमाणु हथियार या किसी बम से निकलने वाले रेडिएशन का पता लगा सकता है और हमला करने वाले की पहचान भी कर सकता है. अगर रूस यूक्रेन पर किसी रेडियोएक्टिव हथियार से विस्फोट करता है, तो उसके एटोमिक सिग्नेचर और इस हमले में रूस की ज़िम्मेदारी को वेरिफाई किया जा सकता है. यानी, अब रूस यूक्रेन पर हमला करने से पहले सौ बार सोचेगा.

रूस और यूक्रेन के युद्ध को 14 महीने बीत चुके हैं. जब से रूस ने यूक्रेन पर हमला किया, तब से एक्सपर्ट्स इस बात को लेकर चिंतित हैं कि क्या रूस भी उसी तरह युद्ध में परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा, जिस तरह 1945 में अमेरिका ने हिरोशिमा और नागासाकी पर किया था.

न्यूक्लियर इमरजेंसी सपोर्ट टीम, या NEST जो सुरक्षा एजेंसी से जुड़े एटोमिक एस्पर्ट्स की एक यूनिट है, यूक्रेन के साथ काम कर रही है. यह यूनिट रेडिएशन सेंसर तैनात करने, लोगों को ट्रेनिंग देने, डेटा को मॉनिटर करने और घातक रेडिएशन की चेतावनी देने के लिए काम कर रही है.